MUKTA VATI USE IN HINDI

दिव्य मुक्ता वटी का सेवन विधि, लाभ और नकुसान, Mukta Vati Uses in Hindi

दिव्य मुक्ता वटी

दिव्य फार्मेसी द्वारा निर्मित हाई बीपी के लिए है,  जिसे उच्च रक्तचाप भी कहा जाता है इस रोग हेतु यह बहुत ही उन्नत जड़ी बूटियों का रस-रसायन इत्यादि  सभी  को मिलाकर बनाया गया है,  यह शास्त्रोक्त औषधि ना होकर निजी योग द्वारा निर्मित औषधि है। आईये अब हम दिव्य मुक्ता वटी के प्रयोग (Mukta Vati Uses in Hindi) मुख्य घटक, लाभ सेवन विधि और सावधानियो के बारे में जानते है :-

मुख्य घटक

हिमालय की पवित्र जड़ी बूटियां जैसे :-

  • ब्राम्ही
  • शंखपुष्पी
  • उस्टेख दुश
  • अर्जुन
  • पुष्कर
  • मूल जटामांसी
  • सर्पगंधा
  • ज्योतिषमति
  • अश्वगंधा
  • गिलोय
  • प्रवाल पिष्टी
  • मुक्ता पिष्टी

इत्यादि वन औषधियों के साथ मुक्ता पिष्टी जैसे औषधियों  से निर्मित यह बहुत ही कारगर और उच्च रक्तचाप बीमारी को नियंत्रण करने वाली मुख्य घटक का प्रयोग किया गया है।

मुख्य गुणधर्म

मुक्तावटी पूर्ण रूप से दुष्प्रभाव रहित है उच्च रक्तचाप चाहे गुर्दे के विकार या हृदय रोग के कारण से हो अथवा कोलेस्ट्रॉल चिंता तनाव या वंशानुगत आदि किसी भी अन्य कारण से हो तथा बीपी के साथ यदि अनिद्रा घबराहट छाती और सिर में दर्द भी हो तो इस दवा के उचित मात्रा के प्रयोग से इन सभी समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है ।

यदि आप उच्च  रक्तचाप के कारण अनिंद्र  बेचैनी हो तो इसके लिए अलग से औषधि लेने की आवश्यकता नहीं है,  जिन्हें नींद पूरी नहीं आती हो उनकी नींद भी ठीक हो जाती है किसी भी प्रकार की कोई भी एलोपैथी औषधि सेवन कर रहे हैं तो मुक्ता वटी का सेवन प्रारंभ करने के बाद उससे आप एलोपैथी दवा को धीरे धीरे  बंद कर सकते हैं ।

विशेष प्रभाव, Mukta Vati Uses in Hindi

यदि आप लंबे समय से अंग्रेजी दवा ले रहे हैं तो उसकी मात्रा धीरे-धीरे कम करते हुए बंद कर दे।

मुक्ता बूटी की दो-दो गोली कुछ समय खाने के बाद लेते रहें रक्तचाप जब सामान्य रहने लगे, तो मुक्ता वटी पहले दो दो फिर एक-एक गोली से कुछ समय लेने के बाद केवल सुबह एक गोली खाने मात्र से बीपी नियंत्रण रहने लगेगा।  कुछ समय के बाद एक गोली खाने से बीपी सामान्य से भी कम होने लगे तब सप्ताह में दो बार एक-एक गोली ले फिर 7 दिन में और फिर इस दवा  को बंद कर देंगे तभी आपका बीपी बढ़ेगा नहीं आता आप पूर्ण स्वस्थ हो जाएंगे।

Mukta Vati Uses in Hindi

सेवन विधि, Mukta Vati Uses in Hindi

इस दवा का प्रयोग खाली पेट करना चाहिए।

अगर आपका उच्च रक्तचाप बहुत ज्यादा है तो इस दवा की टेबलेट के दो-दो गोली सुबह शाम सामान्य जल के साथ सेवन करें, साथ में सर्पगंधा वटी और अर्जुनारिष्ट का सेवन सहयोग के रूप करे।

जब नॉर्मल से बहुत ज्यादा नहीं थोड़ा बहुत ही बड़ा हुआ है और शुरुआती दौर है आपके हाई बीपी का तो इस दवा का एक-एक टैबलेट सुबह-शाम खाली पेट सेवन करें।

आहार विहार में  शुद्ध सात्विक क्षारीय भोजन का सेवन करें तथा गरिष्ठ और अम्लीय भोहन से परहेज करें।

इन्द्रियों पर संयम रखे।

निषेध

यह दवा का निर्माण उच्च रक्तचाप, डिप्रेशन, अनिंद्रा, कोलेस्ट्रोल सम्बंधित  बीमारियों को ध्यान में रखकर बनाया गया है।

अगर आपको एलर्जी है या किसी अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रसित हैं तो इस दवा के उपयोग किसी चिकित्सक के परामर्श के अनुसार ही करें।

गर्भवती महिला को डॉक्टर के देखरेख में इस दवा को देना चाहिए जिन माताओं को महीना रितु धर्म की समस्या है उस समय इस दवा को नहीं लेना चाहिए।

18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को अगर हाई बीपी रहता है तभी इस दवा का प्रयोग कर सकते हैं ।

इन सब चीजों को हमेशा ध्यान रखें और किसी कुशल वैद्य  या  चिकित्सक के परामर्श के अनुसार इस दवा का सेवन करें।

निष्कर्ष

मुक्ता वटी औषधि दिव्य फार्मेसी का एक निजी योग है जो आयुर्वेद के विशिष्ट औषधियों  को एक साथ संयोग  करके बनाया गया है जो हाई बीपी (उच्च रक्तचाप) को सामान्य करने में बिल्कुल सक्षम है अगर इसका संपूर्ण निचोड़ देखा जाए तो यह दवा आपको मस्तिक अनिद्रा, डिप्रेशन कोलेस्ट्रोल आदि बीमारियों को ठीक करने में सक्षम है इस तरह से यह औषधि हाई बीपी वालों के लिए अचूक प्रभावशाली है।

                                         Read More:- दिव्य अर्शकल्प वटी के लाभ, सेवन विधि और सावधानिया

Disclaimer :-

Mukta Vati Uses in Hindi- इस लेख में बताई गयी औषधियों, विधियों, और तरीको के सत्यता कि पुष्टि jivanjio.com नहीं करता है, यह लेख बस जानकारी के लिए है।

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