ARSHKALP VATI USE IN HINDI

दिव्य अर्शकल्प वटी के लाभ, सेवन विधि और सावधानियां, Arshkalp Vati Uses in Hindi

अर्शकल्प वटी दिव्य फार्मेसी द्वारा निर्मित बवासीर के लिए एक पेटेंट औषधि है जो अपने फार्मूला से रिसर्च किए हुए पैटर्न पर इसे तैयार किया गया है। आईये अब हम दिव्य अर्शकल्प वटी के लाभ (Arshkalp Vati Uses in Hindi), सेवन विधि और सावधानियो के बारे में जानते है:-

अर्श्कल्प वटी का प्रयोग, Arshkalp Vati Uses in Hindi

बवासीर एक बड़ा ही दुखदाई रोग है बादी और खूनी दो तरह के बवासीर होते हैं और यह दोनों बवासीर बड़ा ही मनुष्य के लिए कष्टकारी होता है। बवासीर में गुदा मार्ग में छोटे-छोटे मस्से हो जाते हैं और फिर उनमें वायु गैस भर जाता है। कब्जियत के पेशेंट को यह शिकायत ज्यादातर होता है। लंबा समय तक अगर कब्ज का कोई शिकार हो जाता है तो उस व्यक्ति को बवासीर निश्चित ही होता है और जब मस्से फूल जाते हैं तो बड़े ही दर्द करते हैं और यही मस्से जब फुटकर रक्त का स्राव होने लगता है तो वह भी धीरे-धीरे मनुष्य के लिए बड़ा कष्टकारी बन जाता है।

कभी-कभी तो यह भी देखा गया है कि बहुत अत्यधिक रक्तस्राव होने के चलते रोगियों की मृत्यु तक हो जाती है।

मुख्य घटक –

  • शुद्ध रसोंत (artemisia vulgaris)
  • छोटी हरड़/हरीतकी (terminaliachebula)
  • बकायन के बीज (melia azedarach)
  • रीठा (sapindusmukorossi)
  • देसी कपूर (cinnamomumcamphora)
  • खून खराबा (daemonoropsdraco)
  • मकोय (solanum nigrum)
  • एलुवा/घृतकुमारी (aloe barbadensis)
  • नाग दौना (artemisia vulgaris)
  • निम्बोली/ नीम का फल  (azadirachtaindica)

दिव्य अर्शकल्प वटी के लाभ,  Arshkalp Vati Uses in Hindi

1.  खूनी और बादी दोनों तरह के बवासीर को दूर करके उससे उत्पन्न होने वाली कष्टों से बचाती है, कुछ दिन लगातार प्रयोग करने से बवासीर, भगंदर और फिस्टुला इत्यादि से भी बचा जा सकता है।

2. यह औषधि कब्ज नाशक भी है, जो कि किसी भी बवासीर को पेशेंट को सबसे पहले कब्ज होता है और कब्ज लंबा समय तक रहता है तो बवासीर की संभावना बहुत बढ़ जाती है।

3. यह औषधि धीरे-धीरे कब्ज को भी ठीक करता है, कोष्ठ की शुद्धि करता है मल को बाहर निकालता है। इस तरह से पेट जब साफ होता है तो यह बवासीर को ठीक करने में धीरे-धीरे बड़ा ही सहायक होता है।

4.. कुछ लोगों को अपच की शिकायत बहुत होती है। अपच को बदहजमी के रूप में भी जाना जाता है इसमें पेट के ऊपरी हिस्से में हल्का सा दर्द तथा बेचैनी महसूस होती है। बहुत से व्यक्तियों को अपच में पेट भरा हुआ या फूला हुआ लगता है, सीने में जलन होती है या पेट में जलन का एहसास होता है तथा डकार आती है। यदि आप की भी कुछ ऐसी स्थिति बनी रहती है तो पतंजलि अर्शकल्प टैबलेट से आपको बहुत लाभ मिल सकता है।

5. कभी-कभी कुछ व्यक्तियों को कब्ज के कारण शौच करने में दिक्कत होती है। जिस कारण से अधिक जोर लगा देते हैं इस वजह से भी जलन की समस्या उत्पन्न हो जाती है। यदि आप गुदा या मलद्वार में किसी तरह की जलन महसूस कर रहे हैं तो अर्शकल्प वटी आपके लिए एक बहुत बेहतरीन औषधि हो सकती है। अर्शकल्प वटी जलन को कुछ ही दिनों में समाप्त कर देती है तथा रोगी को राहत महसूस कराती है।

6. अर्शकल्प वटी में रेचक गुण भी होते हैं जो क्रमाकुंचन को प्रेरित करते हैं और इस प्रकार आंतों को दर्द से मुक्त करते हैं।

7. यह पाचन में सुधार करता है, गैस बनने और बेचैनी को कम करता है।

8. अर्शकल्प के साथ त्रिफला चूर्ण का सेवन करना भी बवासीर के रोगियों के लिए बड़ा हितकारी होगा।

9. अगर अर्शकल्प वटी के साथ अर्शोघनी वटी एवं त्रिफला रस इत्यादि का भी सेवन किया जाय तो निश्चित आराम मिलेगा।  बवासीर में दर्द ज्यादा है तो कशिशादी  तेल का भी प्रयोग करें इससे बहुत आराम मिलेगा ।

सेवन विधि, Arshkalp Vati Uses in HindiArshkalp Vati Uses in Hindi

  • दो-दो गोली सुबह शाम खाने के बाद गुनगुने पानी के साथ लेना चाहिए।
  • निश्चित तौर पर बवासीर ठीक करने के लिए , अर्शकल्प वटी के साथ अर्शोघनी वटी एवं त्रिफला रस इत्यादि का भी अवश्य करे ।
  • चिकित्सक के परामर्श के अनुसार इसका का प्रयोग करें।

 

सावधानियां

  • यह औषधि बवासीर के रोगियों के लिए ध्यान में रखते हुए बनाया गया है अगर आपको लीवर और आप तो में अल्सर की बीमारी हैं तो आप किसी चिकित्सक के परामर्श के अनुसार इस अवधि का सेवन कर सकते हैं।
  • आहार और विहार  बवासीर के रोगियों को हमेशा सुपाच्य और हल्का भोजन खाना चाहिए।
  • तीखा एवं  तली – भुनी हुई खाद्य पदार्थो  का सेवन नहीं करना चाहिए।
  • ताजी हरी सब्जियां फल सुपाच्य और क्षारीय भोजन का हमेशा उपयोग करना चाहिए।

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 निष्कर्ष

अर्शकल्प वटी बवासीर के लिए बड़ा ही उपयोगी और लाभकारी दवा है। मनुष्य का जीवन स्वास्थ्य पर आधारित है अगर वह स्वस्थ नहीं है तो समझ ले कि उसका जीवन बहुत ही कष्टदायी हो जाता है बवासीर एक बड़ा ही कष्टकारी और भयानक बीमारी है ईश्वर ना करे कि यह किसी दुश्मन को भी लगे अगर आप अपने स्वास्थ्य को ठीक करना चाहते हैं तो सबसे पहले कब्ज को ठीक रखें अगर आपका कब्ज और गैस ठीक है तो कभी भी आपको बवासीर की शिकायत नहीं होगी

Disclaimer :-

Arshkalp Vati Uses in Hindi- इस लेख में बताई गयी औषधियों, विधियों, और तरीको के सत्यता कि पुष्टि jivanjio.com नहीं करता है, यह लेख बस जानकारी के लिए है।

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