Caladium seguinum 200 uses in hindi
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कैलेडियम के फायदे, प्रयोग विधि और सावधानियां, Caladium seguinum 200 uses in hindi

Caladium seguinum 200 uses in hindi
  • Caladium seguinum 200 एक होमियोपैथिक दवा है जो Caladium नमक पौधे से बनती है, जिसे सामान्य भाषा में हाथी का कान ( elephant ear) भी कहा जाता है इस लेख के माध्यम से हम इसके प्रयोग (Caladium seguinum 200 uses in hindi), रोगी के लक्षण, सेवन विधि, और सावधानियो के बारे में जानेगे।
  • इसका प्रयोग मुख्यतः अधिक मात्र में  गुटका, तम्बाकू का सेवन और हस्तमैथुन कि वजह से होने वाले यौन रोगों को ठीक करने में किया जाता है।
  • जिस प्रकार होमियोपैथि में एक ही बीमारी में अलग अलग होमियोपैथिक दवा का इस्तेमाल होता है क्योकि इसमें रोगी के मानसिक और शारीरिक परस्थिति को ध्यान में रखकर कोई दवा दी जाती है।
  • उसी प्रकार होमियोपैथिक में एक दवा का इस्तेमाल बहुत से रोगों में किया जाता है, वैसे ही Caladium seguinum का प्रयोग रोगी के मानसिक और शारीरिक परस्थिति को ध्यान में रखकर दिया जाता है।

कैलेडियम सेगुनियम दवा के फायदे – Caladium seguinum 200 uses in hindi

आइये इस दवा के बारे में  रोगी के लक्षण के अनुसार  इसके प्रयोग (Caladium seguinum 200 uses in hindi)  के बारे में जानते है :-

पुरुषो के जननेन्द्रिय सम्बंधित रोगों में लाभकारी 

  • कोई व्यक्ति अधिक मात्रा में तम्बाकू गुटका सिगरेट इत्यादि किसी भी तरह के नशीले पदार्थ का सेवन किया है। जिससे नपुसंकता, शीघ्रपतन, स्वप्नदोष आदि समस्याए हुई है, तो इसमें Caladium seguinum 200 बहुत अच्छा काम  करती है।
Caladium seguinum 200 uses in hindi
  • जिन पुरुषो को ज्यादा हस्तमैथुन करने कि आदत रही है या जो व्यक्ति  बहुत अधिक स्त्री संगम किया है। जिसकी वजह से सेक्सुअल ओर्गंस कमजोर हो गए है तो इसमें यह दवा बहुत अच्छा रिजल्ट देती है।
  • नींद में उनके यौन अंग में तनाव  होगा पर जागने पर ख़त्म हो जाता है।
  • उनके मन में सम्भोग के लिए उतेजना होती है परन्तु पार्टनर के पास जाने पर जननांग सही ढंग से काम नहीं करता है और सही से  परफोर्मेंस नहीं कर पाते है ।
  • प्राइवेट पार्ट में खुजली होती रहती है और  ठंढापन रहता है।
  • रोगी के लिंग पर एक प्रकार की खुजली होती है जिसे प्रुराइटिस कहते हैं। इसमें खुजली इतनी भयंकर होती है कि रोगी के खुजलाने  लिंग में सूजन आ जाती है।अंडकोश का चमड़ा मोटा व कड़ा हो जाता है।

यह भी पढ़िएलाइकोपोडियम 30 यकृत, मूत्र, यौन और पाचन विकारों के लिए अचूक होम्योपैथिक दवा 

महिला के जननेन्द्रिय सम्बंधित रोगों में लाभकारी 

महिलाओ के जननेन्द्रिय में ठंडापन और ढीलापन महसूस होगा साथ में कमजोरी भी महसूस होती है। जननेन्द्रिय से  स्वेल्लिंग होगा, पुफिनेस, valenaits हो जाता है ।

जननेन्द्रिय में खुजली और जलन होने लगता है।  उन्हें हद से ज्यादा सेक्स करने कि इच्छा होने लगती है। अगर ये  गर्भावस्था के समय  होता है तो यह दवा इसमें बहुत अच्छा काम करती है।

कभी  कभी जब महिला रात में सो रही होती है, तो उस  समय बच्चेदानी के अन्दर दर्द होता है। इसमें  भी यह दवा लाभकारी है।

सिर दर्द के लक्षण में फायदेमंद 

कोई व्यक्ति तम्बाकू गुटका सिगरेट इत्यादि किसी तरह तम्बाकू का सेवन करता है तो ऐसे आदमी को सिर का दर्द होने लगता है।

दर्द कि वजह से सिर और आँखों में भारीपन होने लगता है।

उसको दिन में सोना अच्छा लगता है

पसीना में मीठापन का लक्षण 

उनके पसीने में मीठापन बना रहेगा जिससे मक्खियाँ भी उसके ऊपर उड़ने लगती है, जैसे वह मिठाई के ऊपर भिनभिनाती है उसके लिए यह बेस्ट मेडिसिन है।

उसके पसीने में मीठापन कि वजह से उसकी त्वचा पर एक प्रकार का चर्म रोग होता है जो बहुत ही खुजलाता है।

ऐसे पेशेंट को जब समस्या होती है तो उसे पसीना आता है जिससे उसको कम्फर्ट महसूस होता है,  जबकि सामान्य व्यक्ति  को पसीना आएगा  तो वह अपने आपको असहज महसूस करता है।

 श्वास के रोग में लाभकारी 

इस दवा के रोगी को दमा और खांसी कि शिकायत होती है जिससे वह बहुत परेशान रहते है  जब कुछ कफ निकल जाता है फिर उन्हें आराम मिलता है।

इन्हें  श्वास लेने में भी तकलीफ होने लगती है।

मानिसक लक्षण 

इस दवा का रोगी युवावस्था से ही बहुत कामुक प्रवृति का होता है, बहुत ज्यादा हस्तमैथुन करने कि आदत होती है जिससे युवास्था में ही  यादाश्त कमजोर होने लगती है।

जब कोई काम कर चूका होता है फिर भी उसकी प्लानिंग करते रहता है। वह कंफ्यूज ही रहता है जैसे सोते समय दरवाजे को बंद किया है, पर फिर सोचेगा  कि दरवाजा बंद किया कि नहीं।

मोबाइल चार्ज में लगा कर बाहर जायेगा फिर सोचेगा कि स्विच आन किया कि नहीं ।

पेट सम्बंधित रोगों में लाभकारी 

ज्यादा मात्र  तम्बाकू और नशीले पदार्थ के सेवन  कि वजह से पेट में हमेशा गैस बना रहेगा। ख़राब  डकार आएगी, पेट हमेशा भरा हुआ या फुला हुआ  महसूस होगा।

ऐसे रोगी को पेट में जलन होगा,  फिर भी गर्म चीज़ खाना पीना पसंद करेगा।

यकृत, मूत्र, यौन और पाचन विकारों में लाईकोपोडीयम भी बहुत होम्योपैथिक दवा है ।

तम्बाकू गुटका सिगरेट इत्यादि के तलब को कम करता है Daphne Indica Mother Tincture Q

यदि किसी व्यक्ति को अधिक मात्रा में तम्बाकू गुटका सिगरेट इत्यादि किसी भी तरह के नशीले पदार्थ कि लत लगी है तो उसे छुड़ाने में बहुत लाभदायक है ।

इसके साथ अगर बेहतर रिजल्ट चाहिये तो आप Daphne Indica का भी सेवन कर सकते है। यह बहुत ही कारगर दवा है।

अब हम कैलेडियम होमियोपैथिक दवा के प्रयोग विधि (Caladium seguinum 200 uses in hindi) के बारे में जानते है:-

Caladium seguinum  30CH  कि खुराक ( Dosage of Lycopodium 30CH )

सबसे पहले Caladium seguinum 30 CH (POTENCY) का  प्रयोग करना चाहिए, अगर नहीं आराम मिले तो Caladium seguinum 200 CH का उपयोग कर सकते है।

Caladium seguinum 30 CH या Caladium seguinum 200 CH – इसे दिन में 2 बार 2 बूंद 15 दिन तक ले सकते है अगर ज्यादा प्रयोग करना है तो किसी चिकित्सक से परामर्श ले लेना चाहिए।

Caladium seguinum 200 Uses In Hindi

होमियोपैथी में 30 CH, 200 CH, 1M, 10M इत्यादि ये सब दवा कि पोटेंसी अर्थात पॉवर होती है।

अगर किसी मरीज को Caladium seguinum 30 CH का प्रभाव नहीं होता है तो वह  Caladium seguinum 200  CH का प्रयोग कर सकता है। परन्तु बेहतर यही होता है कि पहले आप कम पोटेंसी में दवा का इस्तेमाल करें।

Caladium seguinum Q uses in Hindi

अगर आपकी बीमारी बहुत दिनों से है तो आपको Caladium seguinum के मदर टिंचर अर्थात Caladium seguinum Q का प्रयोग कर सकते है, क्योकि असाध्य रोगों के इलाज में किसी भी दवा के मदर टिंचर का इस्तेमाल ज्यादा होता है।

Source:-

  1. Materia Medica by Adolf zur Lippe, The Materia Medica by Adolf zur Lippe was written in 1854.
  2. Materia Medica by William Boericke, The Materia Medica by William Boericke was written in 1901

आप कैलेडियम सेगुइनम 200 का उपयोग कैसे करते हैं?

Lycopodium 200 uses in hindi

Caladium seguinum 30 CH या Caladium seguinum 200 CH – इसे दिन में 2 बार 2 बूंद 15 दिन तक ले सकते है अगर ज्यादा प्रयोग करना है तो किसी चिकित्सक से परामर्श ले लेना चाहिए।


कैलेडियम के क्या फायदे हैं?

इसका प्रयोग मुख्यतः अधिक मात्र में  गुटका, तम्बाकू का सेवन और हस्तमैथुन कि वजह से होने वाले यौन रोगों को ठीक करने में किया जाता है।

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